Jai Ho Jai Ho Tumhari Pitar Devta/जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता।


जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता,
मेरे सर पे सदा तेरा हाथ रहे,
जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता,
मेरे सर पे सदा तेरा हाथ रहे,
मेरे ब्रह्मा तुम्हीं मेरे विष्णु तुम्हीं,
तुम हो शंकर मेरे तेरा साथ रहे,
मेरे ब्रह्मा तुम्हीं मेरे विष्णु तुम्हीं,
तुम हो शंकर मेरे तेरा साथ रहे,
जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता,
जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता।।

तेरे चरणों का जो भी है सेवक बना,
तेरे चरणों का जो भी है सेवक बना,
अपनी करुणा से उसकी बदल दी दशा,
अपनी करुणा से उसकी बदल दी दशा,
तेरे चरणों का बनके मैं सेवक रहूं,
तेरे चरणों का बनके मैं सेवक रहूं,
चाहे जैसे मेरे हालात रहें,
जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता,
जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता।।

जाने कब पूरी होगी ये अर्जी मेरी,
जाने कब पूरी होगी ये अर्जी मेरी,
दे के दर्शन भरोगे ये झोली मेरी,
दे के दर्शन भरोगे ये झोली मेरी,
चाहूं करनी तेरी सेवा मैं उम्र भर,
चाहूं करनी तेरी सेवा मैं उम्र भर,
सदा चरणों में बनके मैं दास रहूं,
सदा चरणों में बनके मैं दास रहूं,
जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता,
जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता 

कर दो कृपा थोड़ी मैं तो नादान हूं,
कर दो कृपा थोड़ी मैं तो नादान हूं,
तेरी पूजा ना जानूं मैं अनजान हूं,
तेरी पूजा ना जानूं मैं अनजान हूं,
जो भी श्रद्धा से लाया स्वीकार करो,
जो भी श्रद्धा से लाया स्वीकार करो,
तुम भक्तों के सर पे तो हाथ धरो,
तुम भक्तों के सर पे तो हाथ धरो,
जय हो, जय हो तुम्हारी पितर देवता,
जय हो, जय हो तुम्हारी पितर देवता,
मेरे सर पे सदा तेरा हाथ रहे,
जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता,
जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता।।


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