मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे,
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे,
रात मेरी मैया ने बिंदिया मांगी,
रात मेरी मैया ने बिंदिया मांगी,
मैं सिंदुरा चढ़ाए आई नींद के मारे,
मैं सिंदुरा चढ़ाए आई नींद के मारे,
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे,
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे।।
रात मेरी मैया ने कुण्डल मांगे,
रात मेरी मैया ने कुण्डल मांगे,
मैं नथनी पहनाए आई नींद के मारे,
मैं नथनी पहनाए आई नींद के मारे,
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे,
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे।।
रात मेरी मैया ने चूड़ियां मांगी,
रात मेरी मैया ने चूड़ियां मांगी,
मैं मेंहदी लगाए आई नींद के मारे,
मैं मेंहदी लगाए आई नींद के मारे,
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे,
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे।।
रात मेरी मैया ने बिछुआ मांगा,
रात मेरी मैया ने बिछुआ मांगा,
मैं पायल पहनाए आई नींद के मारे,
मैं पायल पहनाए आई नींद के मारे,
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे,
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे।।
रात मेरी मैया ने चोला मांगा,
रात मेरी मैया ने चोला मांगा,
मैं चुनरी ओढ़ाए आई नींद के मारे,
मैं चुनरी ओढ़ाए आई नींद के मारे,
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे,
मन्दिर खुला छोड़ आई नींद के मारे।।
Tags
Mata Bhajan