जच्चा गीत:
हमारे घर में जब बच्चे का जन्म होता है तो उसकी पैदा होने की खुशी में घर में सभी बड़ो को उनके रिश्ते के अनुसार नेग देने का रिवाज है। ससुराल पक्ष के लोगों को जैसे सास, जेठानी, ननद, देवरानी आदि को उपहार स्वरूप कुछ ना कुछ जरूर दिया जाता है।
बच्चे की छठी और बरही में मंगल गीत और सोहर गीत गाए जाते हैं यह परम्परा बहुत पुरानी है कि दादी चरूवा चढ़ाती हैं और उन्हें इसके उपलक्ष्य में नेग दिया जाता है। जेठानी पिपरी और ननद छठिया धराने में काजल लगाकर अपना नेग वसूलती हैं। आजकल ये सब कुछ बदल गया है लोग घर में खुद मंगल गीत ना गाकर बाहर से कुछ ऐसे लोगों को बुलाते हैं जो कि ये प्रोग्राम आयोजित कराते हैं लेकिन गीत यही होते हैं जो हम लोग हमेशा से अपने घर में दादी, नानी,से सुनते चले आ रहे हैं। तो चलिए आज सुनते हैं एक स्वरचित जच्चा गीत जो कि मैंने स्वयं लिखा है, आपको पसंद आए तो मुझे खुशी होगी।
दर्द उठने लगा जच्चा रोने लगी,
दर्द उठने लगा जच्चा रोने लगी,
लालन के जनम की शुभ घड़ी आ गई,
लालन के जनम की शुभ घड़ी आ गई,
दर्द उठने लगा जच्चा रोने लगी,
लालन के जनम की शुभ घड़ी आ गई,
लालन के जनम की शुभ घड़ी आ गई।।
जच्चा के आंगन में चरूवा चढ़े,
जच्चा के आंगन में चरूवा चढ़े,
ललन की सूरत बड़ी प्यारी लगे,
ललन की सूरत बड़ी प्यारी लगे,
सासू को बुलाओ उनसे चरुवा चढ़वाओ,
सासू को बुलाओ उनसे चरुवा चढ़वाओ,
सासू को नेग देने की रात आ गई,
सासू को नेग देने की रात आ गई,
दर्द उठने लगा जच्चा रोने लगी,
दर्द उठने लगा जच्चा रोने लगी,
लालन के जनम की शुभ घड़ी आ गई,
लालन के जनम की शुभ घड़ी आ गई।।
जच्चा के आंगन में पिपरी पिसे,
जच्चा के आंगन में पिपरी पिसे,
ललन की सूरत बड़ी प्यारी लगे,
ललन की सूरत बड़ी प्यारी लगे,
जिठनी को बुलाओ उनसे पिपरी पिसवाओ,
जिठनी को बुलाओ उनसे पिपरी पिसवाओ,
जिठनी को नेग देने की रात आ गई,
जिठनी को नेग देने की रात आ गई,
दर्द उठने लगा जच्चा रोने लगी,
दर्द उठने लगा जच्चा रोने लगी,
लालन के जनम की शुभ घड़ी आ गई,
लालन के जनम की शुभ घड़ी आ गई।।
जच्चा के आंगन में छठिया चढ़े,
जच्चा के आंगन में छठिया चढ़े,
ललन की सूरत बड़ी प्यारी लगे,
ललन की सूरत बड़ी प्यारी लगे,
ननदी को बुलाओ उनसे छठिया चढ़वाओ,
ननदी को बुलाओ उनसे छठिया चढ़वाओ,
ननदी को नेग देने की रात आ गई,
ननदी को नेग देने की रात आ गई,
दर्द उठने लगा जच्चा रोने लगी,
दर्द उठने लगा जच्चा रोने लगी,
लालन के जनम की शुभ घड़ी आ गई,
लालन के जनम की शुभ घड़ी आ गई।।